तालाब का गंदा पानी पीने से बीमार हो रहे लोग। शिकायत के बाद भी नहीं मिली मदद।
स्वच्छ वातावरण, स्वस्थ जीवन और साफ़ पानी, हर मनुष्य के जीवन के लिए ज़रूरी है। लेकिन फिर भी हर व्यक्ति को यह मूल चीज़ें भी नहीं मिल पाती। उत्तर प्रदेश के जिला ललितपुर ब्लॉक बिरधा गाँव पटसेमरा के लोग कुछ ऐसी ही समस्या का सामना कर रहे हैं। लोगों के अनुसार गाँव में एक गंदे पानी का तालाब है। जिसके निकास के लिए कोई जगह नहीं है। लोग वही गंदा पानी पीने के लिए मज़बूर है। पानी पीने से लोगों में काफी बीमारियां भी फ़ैल रही है।
लोगों की समस्याएं और मांगे
गाँव के भगवान दास के अनुसार, तालाब में पानी कई दिनों से होने से गंदा हो गया है। पानी की निकासी भी नहीं हो रही है। जिसके भी घर तालाब के आस-पास है। उन्हें काफ़ी बदबू आती है। जिसके बीच लोगों का रह पाना मुश्किल हो जाता है।
सरिता पटेल कहती हैं कि तालाब का पानी हैंडपम्पों में जाता है। लोग हैंडपंप से ही पानी पीते हैं। जो की दूषित होता है। एक तरफ कोरोना महामारी और दूसरी तरफ गांव में फैली हुई बीमारी। वह आगे कहती हैं कि वह लोग गंदा पानी पीने के लिए मज़बूर है। तालाब के पास के हैंडपंप भी गंदा पानी देते हैं। यह पानी पीने पर उन्हें रोज़ खांसी, ज़ुखाम, बुखार आदि बीमारियां होती रहती है।
राजकुमार कहते हैं कि उन्हें काफी समस्याएं हैं। तालाब की वजह से गंदा पानी कहीं नहीं निकलता। जिसके भी नाले तालाब से जुड़े हुए हैं। उनका सारा गंदा पानी तालाब में ही आकर गिरता है। पानी निकलने को कोई रास्ता नहीं है। उनके और गाँव वालों द्वारा पानी के निकलने का रास्ता बनाने के लिए काफी कोशिश की गयी। लेकिन आज तक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है।
आरती कहती हैं कि कई बार बच्चे खेलते-खेलते गंदे पानी में गिर जाते हैं। वह चाहती हैं कि पानी को निकाला जाए ताकि उनकी समस्या दूर हो। ज्योति कहती हैं कि बारिश के मौसम में गंदा पानी उनके घर में घुस जाता है। अनाज, गेहूं, बर्तन आदि सब चीज़ें खराब हो जाती है। वह चाहती हैं कि या तो कोई व्यवस्था की जाए या तो पुलिया बनवाई जाए। जहां से पानी निकल पाए।
संजय का कहना है कि समस्या को लेकर डीएम, एसडीएम और खंड विकास अधिकारी सब से कह चुके हैं। लेकिन पानी के निकास को लेकर कुछ नहीं किया गया। वह लोग साल भर से इसकी शिकायत कर रहे हैं। अधिकारी बस आश्वाशन देते हैं। लेकिन कोई सुविधा नहीं करवाते।
ज्योति का कहना है कि जब बारिश का मौसम आता है तो बारिश का पानी उनके घरों के अंदर भर जाता है। जिससे उन्हें काफी समस्याएं आती है। इस दौरान बारिश का पानी भरने से उनके घर में रखा अनाज, बर्तन आदि सब चीज़ें खराब हो जाती है। उन्होंने कई बार व्यवस्था करने की कोशिश की। वह चाहती हैं कि पानी के निकास के लिए पुलिया बनवाई जाए और कार्यवाही भी की जाए।
समस्या का निकाला जाएगा समाधान – खंड विकास अधिकारी
खबर लहरिया ने इस मामले में खंड विकास अधिकारी दीपेंद्र पांडेय से बात की। वह कहते हैं कि जब लोगों द्वारा शिकायत की गयी तब वह मौजूद नहीं थे। उस समय बीडियो सुनील कुमार थे। लेकिन इस समय उनके पास कोई शिकायत नहीं आयी है। अब जब उन्हें समस्या के बारे में पता है तो वह जांच करवाकर कार्यवाही करेंगे। अगर पानी निकलने का रास्ता होगा तो वहां पर पुलिया बनवाई जायेगी। पानी कहीं ना निकले। इसके लिए भी पूरी कोशिश की जाएगी।
लोग साल भर से गंदा पानी पीने को मज़बूर है। वो भी सिर्फ इसलिए क्यूंकि जिस अधिकारी तक समस्या पहुंचाई गयी। उनके द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया। ऐसे में क्या उस अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं करवानी चाहिए? साथ ही, जब तक कोई समाधान नहीं निकलता। क्या अधिकारी द्वारा साफ़ पानी की व्यवस्था नहीं करवानी चाहिए ताकि लोग बीमार न हो ?
इस खबर को खबर लहरिया के लिए सुषमा द्वारा रिपोर्ट किया गया है।