खबर लहरिया कोरोना वायरस कोरोना की वापसी के लिए कौन है जिम्मेदार, देखिए द कविता शो

कोरोना की वापसी के लिए कौन है जिम्मेदार, देखिए द कविता शो

नमस्कार दोस्तों द कविता शो के इस एपीसोड में आपका स्वागत है । दोस्तों कोरोना की फिर से खतरनाक वापसी हो चुकी है .पिछले साल की अपेछा इस साल कोरोना  अपना पैर ग्रामीण स्तर तक फैला लिया है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल  की स्थिति और बुरी और भयानक होती जा रही है। भारत देश के साथ साथ यूपी और बुंदेलखंड के ग्रामीण इलाके से काफी कोरोना के केस  मिल रहे हैं। हर तरफ सिर्फ एक ही खबर खबर सुनने को मिल रही है की कोरोना के कारण फिर लाक डाउन होने वाला। इतनी ज्यादा दहसत फिर से सबके अंदर समा रही रही है और दिन का चैन रात की नीद हराम हो रही है।

 खबरों के मुताबिक़ इस बार चित्रकूट और बाँदा खतरे के निसान पर चल रहे है हर दिन 75 प्रतिशत के उपर सक्रमित मरीज मिल रहे है स्थिति और बिगडती जा रही है और बिगड़े भी क्यों न क्योकि कोरोना को बुलाने का काम चुनाव प्रचार ,और कुभ का मेला कर रहा है जिसका सीधा फायदा सरकार हो रहा है और चोट खा रही है आम जनता । एक तरफ पछिम बंगाल की चुनावी रैली में हजारो हजारो की में उमड़ी भीड़ और उधर यही हाल यूपी के पंचायती राज चुनाव और कुम्भ मेले का है। अब ऐसी स्थिति में भला जहा कोरोना को न्योता दिया जाएगा वहां भला कोरोना क्यों ना आयेगा।  लेकिन आफत आ गई है फिर से पेट रोटी की।

जो भी प्रवासी मजदूर पिछले साल लाक्दाउन में अपने घर वापस आये थे वो दुबारा से दसहरा के बाद फिर से पलायन कर गये थे की थोड़ी बहुत कमाई करके घर खर्च चला सकेगें लेकिन दुबारा ले लाक्दाउन की खबरें सुनकर दहसत में हैं और फिर से मुम्बई पंजाब हरियाणा गुजरात जैसे बड़े शहरों से अपने घ की तरफ भग रहे हैं। सबको यही चिंता सता रही है की अगर अब दुबारा लाक डाउन हुआ तो इस साल क्या करेगें क्या खायेगे कैसे जिन्दा रहेगें।

हलाकि सरकार ने कोरोना से बचने के लिए नाईट कर्फ्यू 10 अप्रैल से 30 अप्रैल तक के लिए लगा दिया है अब  आप समझ ही सकते हैं की नाईट कर्फ्यू से लोगों को किस तरह के फायदा और नुकसान होगें। जब मार्केट खचा खच भरे होते है वो है दिन , जब चुनावी रैली होती हैं वो है दिन और जब लोग कुभ नहा रहे हैं वो है दिन इसके साथ और भीड़ भीड़ भड़क्का  का जितना काम है वो सब दिन में ही होता है और भाई ये बताने क्या बात आप सब समझदार हैं। तो इन सारी जगहों में अपनी ड्यूटी बजाने के लिए कोरोना को भी तो जाना पड़ेगा .जरूरत है दिन के कर्फ्यू की तो अभी फिलहाल सबकुछ उल्टा फुल्टा  ही हो रहा है । अब देखिये आगे इस भयानक स्थिति से कैसे कैसे निपटा जाएगा।

वैसे तो सरकार की एक अच्छी पहल रही है कोरोना वैक्सीन की और खूब तेजी से कोरोना के टीके लगाये जा रहे है।और जनता भी काफी उत्साह दिखा रही है बच चढ़ कर टिके लगवा रही है लेकिन इस उत्साह में भी बीच बीच में पानी फिर रहा रहा है क्योकि बैक्सीन ही खत्म हो जाती है। पिछले हप्ते बाँदा कानपुर और महाराष्ट समेत की जगह बैक्सीन भी खत्म हो गई थी और लोग निराश हो कर लौट रहे थे लेकिन फिलहाल अभी स्थिति काबू कर ली गी है और बैक्सीन आ गयी हैं उम्मीद है दुबारा ऐसी स्थिति नहीं होगी।