उत्तर प्रदेश में इस समय पंचायत चुनाव को लेकर चारों ओर माहौल गरमाया हुआ है। और हर ज़िले के प्रत्याशी चुनाव जीतने का हर प्रयास कर रहे हैं। इस बार के पंचायत चुनाव में महिला प्रत्याशियों का उत्साह भी देखने लायक है। बता दें कि अयोध्या ज़िले में पंचायत चुनाव 15 अप्रैल को होगा और हाल ही में यहाँ चुनाव चिन्ह का आवंटन भी हो गया है। ऐसे में महिला प्रत्याशी भी दिन-रात एक कर के वोट बटोरने की कोशिश कर रही हैं।
तनुजा करेंगी गाँव के बच्चों की शिक्षा के स्तर में सुधार कार्य-
जिला अयोध्या के ब्लाक तारून के ग्राम पंचायत सीही पुर से प्रधान प्रत्याशी तनुजा यादव से हमने जब उनकी चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी ली, तो 23 वर्षीय तनुजा का कहना है कि अपने परिवार के सहयोग से वो प्रधान पद के लिए चुनाव में खड़ी हुईं हैं, और उन्हें पूरी उम्मीद है कि वो अपने परिवार का नाम रोशन करेंगी और गाँव के विकास के लिए हर ज़रूरी कदम उठाएंगी। इन्होने अयोध्या से ही एम.ए और बी.एड की डिग्री प्राप्त की है। तनुजा ने बचपन से ही देखा था कि उनके गाँव के प्रधान चुनाव जीतने के बाद कभी लोगों की उमीदों पर खरे नहीं उतरे, न ही कभी किसी प्रधान ने गाँव के विकास के लिए काम किया और न ही कभी जनता की किसी की परेशानी को सुना। ऐसे में जब 2021 के पंचायत चुनाव में उनके गाँव में सामान्य सीट आई तो उन्होंने खुद चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय ले लिया। इनका कहना है कि गाँव वालों ने भी उनका काफी समर्थन किया है और लोगों का मानना है कि युवा और पढ़ी-लिखी प्रधान उनके गाँव का पूर्ण रूप से विकास करेगी।
तनुजा ने गाँव के विकास के लिए कई योजनाएं अभी से तैयार कर ली हैं, जब हमने उनसे इन योजनाओं के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया कि अगर वो चुनाव जीतती हैं तो इन क्षेत्रों में विकास के लिए कार्य करेंगी:
1. सबसे पहले वो गाँव की शिक्षा के स्तर में सुधार करना चाहती हैं, और चाहती हैं कि उनके चुनाव जीतने के बाद गाँव का कोई भी बच्चा शिक्षित होने से वंचित न रहे। उनका यह भी कहना है कि वो हर साल जो छात्र-छात्राएं सबसे ज़्यादा अंक लाएंगे, उन्हें पुरुस्कृत कर उनका हौसला बढ़ाएंगी, ताकि वो भविष्य में और अच्छा कर सकें।
2. वो गाँव की महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए भी काम करना चाहती हैं, और सरकार की महिलाओं के लिए जितनी भी योजनाएं हैं, उनसे उन्हें अवगत कराएंगी और उन योजनाओं का फायदा उठाने में महिलाओं की मदद करेंगी।
3. तनुजा का मानना है कि देश के युवाओं के लिए भी विकास कार्य होना ज़रूरी है, इसलिए जो युवा खेल-कूद में दिलचस्पी रखते हैं उनके लिए गाँव में मौजूद मैदान की हालत में सुधार करवाकर, वहां लाइट्स लगवाएंगी। जिससे जो युवा रात में भी व्यायाम करना चाहें, वो आराम से कर सकें।
4. उनका कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत अयोध्या ज़िले को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) जिला तो घोषित कर दिया गया, लेकिन उनके गाँव में अभी भी कई ऐसे घर हैं जहाँ शौचालय नहीं बने हैं। तनुजा अगर चुनाव जीतती हैं, तो वो यह ज़रूर सुनिश्चित करेंगी कि हर घर में एक शौचालय ज़रूर बने।
गाँव में सड़क और आवास निर्माण कराने की पूरी कोशिश करेंगी शालिनी-
अयोध्या ज़िले के तारुन ब्लॉक की ग्राम पंचायत कुआँ डाड़ की 22 वर्षीय शालिनी भी इस बार अपने गाँव से प्रधान पद की उम्मीदवार हैं। वो इस बार पहली बार प्रधान पद की उम्मीदवारी के लिए खड़ी हुई हैं और उनके पिता राम तिलक इस गाँव के पूर्व प्रधान रह चुके हैं। उन्होंने हमें बताया कि उनके अलावा 13 और लोग चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें से दो महिलाएं हैं। शालिनी का कहना है कि उनके गाँव में पिछले प्रधान ने बिलकुल भी विकास कार्य नहीं किया जिसके कारण गाँव वाले इस बार चाहते हैं कि कोई ऐसा प्रधान बने जो लोगों के हित के लिए काम करे।
अगर वो चुनाव जीतती हैं, तो वो भी गाँव के लोगों की खुशहाली के लिए काम करना चाहती हैं ताकि वो आने वाली पीढ़ी जो चुनावी मैदान में उतरना चाहती है, उसके लिए एक अच्छा एक उदाहरण स्थापित कर सकें। शालिनी से जब हमने उनकी विकास की योजनाओं के बारे में बात की, तो उन्होंने बताया कि वो इन विशेष बिंदुओं को महत्वपूर्ण मानती हैं और सम्पूर्ण विकास के अलावा इन क्षेत्रों में ज़्यादा ध्यान देंगी:
1. उनका कहना है कि उनके गाँव में लाइट की बहुत दिक्कत है, तो वो बिजली की सुविधा में सुधार लाने की कोशिश करेंगी।
2. कई लोगों की शिकायत है कि उनके गाँव में सड़क नहीं बनी है जिसके कारण लोगों को आने जाने में बहुत दिक्कत होती है। इसलिए वो गाँव में सड़क का निर्माण भी कराना चाहती हैं।
3. शालिनी ने बताया कि गाँव में नालियां न बनने के कारण कई घरों में पानी भर जाता है, जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। इसलिए गाँव में नालियां बनवाना भी उनकी विकास कार्य की सूची में शामिल है।
4. इसके अलावा वो अपनी पूरी कोशिश करके गरीबों को आवास भी दिलाना चाहती हैं, ताकि लोगों को झोपड़-पट्टी में रहकर कठिनाई न उठानी पड़े।
तो जैसा कि हमने देखा कि अयोध्या की महिला प्रत्याशी गाँव में विकास करवाने के लिए अभी से तैयार हैं। और यही नहीं गाँव के लोगों को भी इन युवा महिला उम्मीदवारों से काफी उम्मीदें हैं। पर आखिर में प्रधान तो कोई एक ही बनेगा और वो किये गए सारे वादों को किस हद तक पूरा करेगा यह देखने योग्य होगा।
इस खबर को खबर लहरिया के लिए कुमकुम द्वारा रिपोर्ट एवं फ़ाएज़ा हाशमी द्वारा लिखा गया है।