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पहले चरण के नामांकन में कितने रंग दिखे ? - KL Sandbox
खबर लहरिया चुनावी बुखार सावधान पहले चरण के नामांकन में कितने रंग दिखे ? देखिये चुनावी बुखार सावधान!

पहले चरण के नामांकन में कितने रंग दिखे ? देखिये चुनावी बुखार सावधान!

पहले चरण के नामांकन में कितने रंग दिखे ? देखिये चुनावी बुखार सावधान !

मीरा -नमस्कार दोस्तो मैं मीरा 

लक्ष्मी – और  मैं लक्ष्मी शर्मा हम एक बार फिर हाजिर हैं यूपी पंचायत चुनाव का बुखार लेकर। 

मीरा – हमारे शो चुनावी बुखार सावधान में आप सबका बहुत बहुत स्वागत है। तो चलिए शुरू करते हैं चुनाव की चर्चा

लक्ष्मी : चुनाव के पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 3 और 4 अप्रैल को पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया संपन्न हुई है । 

मीरा– इस पूरी प्रक्रिया को कवरेज के लिए हम दोनों दिन मौजूद रहे। हमने महोबा और अयोध्या की हलचल देखी है। क्या माहौल था। भरभर के लोग नामांकन के लिए आये। कोरोना का डर किसी किसी को लगा बाकी तो सब बारात में जैसे आये थे। अरे अरे लक्ष्मी एक बहुत ही मजेदार बात लगी कि लोगों में चुनाव का बहुत उत्साह था बिल्कुल त्योहार जैसा माहौल था। सबसे बुजुर्ग और सबसे यंग लोग भी नामांकन कराने आये थे। इसके अलावा और जिलों में तुमने देखा क्या खास देखा लक्ष्मी?

लक्ष्मी– हाँ दी उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों में लोग अपनी दावेदारी ठोकने के लिए जोर-शोर से लगे हुए हैं। मैंने कई मीडिया चैनलों में देखा कि अब जौनपुर जिले में चुनावों में एक तरफ बाहुबल का जोर है तो दूसरी ओर ग्लैमर का तड़का भी लगने लगा है। जिला पंचायत के वार्ड संख्या 26 से मॉडल व फेमिना मिस इंडिया-2015 की रनर अप रहीं और एक्ट्रेस-मॉडल दीक्षा सिंह ने चुनाव में उतरने का एलान किया है.

मीरा- ओह्ह लक्ष्मी तुमने यह भी देखा होगा न कि काफी बुजुर्ग महिलाएं भी पर्चा दाखिल करने आई थीं। ये कोई नई बात नहीं है। हम 2004 से पंचायत चुनाव को कवरेज करते आ रहे हैं इतने सालों के अनुभव से एक बात तो स्पष्ट है कि भले ही लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री के लिए हो लेकिन पंचायत चुनाव लोकसभा चुनाव से कम नहीं है। बहुत लोग नाराज लगे हमने उनसे पूछ क्या लिया वह तो बरस पड़े। बोले उन्होंने पार्टी में सदस्य बनकर बहुत मेहनत की लेकिन पार्टी ने उनको नहीं समझा उनको चुनावी मैदान में उतरने की अनुमति नहीं दी। ग्राम पंचायत का प्रधान प्रधानमंत्री जैसा ही होता है तो नामंकन में और क्या देखा लक्ष्मी?

 लक्ष्मी- अरे हां- शनिवार को पहले दिन कानपुर में क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए ब्लॉक मुख्यालय पर्चा दाखिल करने  81 वर्षीय वृद्धा रानी देवी पहुंची।  चौबेपुर के रुद्रपुर बैले गांव की  रानी देवी को जब  ब्लॉक गेट पर सुरक्षा कर्मियों ने टोका तो कड़क आवाज में बोलीं मैं तो नामांकन करने आई हूं. दादी के हौसले को सभी देखते रह गए. रानी देवी  ने बताया कि गांव में नाली खड़ंजा की समस्या वर्षों से दूर नहीं हो पाई है. जलभराव से मच्छर पनप रहे हैं. इससे बीमारियां फैलने का खतरा बना है. अगर वो  बीडीसी बनती हैं तो मूलभूत समस्याओं का समाधान कराए जाने के साथ ही गांव का विकास कराने का पूरा प्रयास करेंगी.

मीरा- इसी तरह हमने कवरेज किया कि अयोध्या जिले में मयाबाजार ब्लॉक क्षेत्र के रेवरी गांव में 97 वर्षीय महिला सूर्यमुखी ने प्रधान पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। यह लोगों में चर्चा का विषय बना रहा। उनके परिजनों का कहना है कि वह चुनाव लड़ने की इच्छुक है, इसलिए नामांकन पत्र दाखिल करवाया गया।

लक्ष्मी : हाँ दी पिछले इतने सालों में हमने  बहुत से चुनाव और अतरंगी तरीके देखें है. लेकिन एक किस्सा आपको बताऊँ 

मीरा – नेकी और पूछ पूछ बताओ। 

लक्ष्मी – बलिया जिले के मुरली छपरा ब्लाक के शिवपुर करन छपरा ग्राम पंचायत में आजीवन ब्रह्मचर्य का संकल्प लेने वाले हाथी यादव ने तो बिना लगन शादी तक कर डाली। वो भी इस लिए क्योकि उसके कई साल से इस चुवान की तैयारी की थी और उस पंचायत में महिला आरक्षित सीट निकली तो आनन फानन में साहब ने शादी कर ली और अब वो नव विवाहिता चुनाव मैदान में है.