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पाकिस्तान से आए 11 शरणार्थियों की मौत से दहला जोधपुर - KL Sandbox
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पाकिस्तान से आए 11 शरणार्थियों की मौत से दहला जोधपुर

Jodhpur shook by the death of 11 refugees from Pakistan
राजस्थान के जोधपुर जिले में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत से पुरे इलाके में हड़कंप मच गया है. ये लोग पाकिस्तान से आये हिन्दू शरणार्थियों थे जो जोधपुर के देचू थाने के लोड़ता क्षेत्र में रह रहे थे. फ़िलहाल मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। ये घटना 8 अगस्त के रात की बताई जा रही है.

क्या कहती है पुलिस की जाँच

जानकारी के अनुसार पुलिस को  किसी के भी शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला हैं और न ही किसी तरह की साजिश के सबूत हैं.हालाँकि झोपड़ी के पास से केमिकल की महक आ रही थी जिसकी वजह से इस बात की आशंका जाहिर की जा रही है, की इनकी मौत का कारण जहरीला पदार्थ है । फ़िलहाल पुलिस ने फॉरेंसिक टीम और श्वान दल बुलाया है। जाँच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना की असली वजह पता चल पाएगी। मृतकों में 6 वयस्क और 5 बच्चें है। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक सूचना से पता चला है कि किसी मुद्दे को लेकर परिवार में विवाद था। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बरहाट ने बताया कि ‘‘जीवित बचे व्यक्ति से पूछताछ करने के बाद ही हम इस घटना के बारे में कुछ कहने की स्थिति में होंगे। शवों को पोस्टमार्टम के लिये जोधपुर भेजा गया है और मौत की वजह जानने के लिये चिकित्सा बोर्ड का गठन किया गया है।

पूरा गांव है शरणार्थियों का

आपको बता दें कि राजस्थान के सीमावर्ती गांवों में पाकिस्तान से आए शरणार्थी बड़े पैमाने पर शरण लिए हुए हैं। कई-कई गांव की लगभग पूरी आबादी ही पाकिस्तानी शरणार्थियों की है। ये परिवार भी पाकिस्तान से आया था पाकिस्तान में उनका परिवार खेती का काम करता था ।  लेकिन जोधपुर के अचलावता गांव में ये सभी लोग खेती का काम करते थे। ये इलाका जोधपुर शहर से करीब 100 किलोमीटर दूर है

पत्नी के परिजन पर हत्या का आरोप

परिवार के जीवित बचे सदस्य केवल राम ने अपनी पत्नी के परिवार वालों के खिलाफ शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि “यह ख़ुदकुशी का नहीं हत्या का मामला है। विवाद की वजह से कुछ समय से केवल राम की पत्नी परिवार के साथ नहीं रह रही थी। और बच्चों को अपने साथ रखने के लिये उस पर दबाव डाल रही थी।

एक जिन्दा बचे सदस्य शक के घेरे में

इस मामले में “खुद बच जाने और बयान बदलने की वजह से” केवल राम भी संदिग्ध है। केवल राम के मुताबिक उन्होंने शनिवार रात नौ से 10 बजे के बीच खाना खाया और सोने चले गए। उसने बताया, “मैं जानवरों से फसल की रखवाली के लिये चला गया और वहीं सो गया था।” सुबह जब वह लौटा तो परिवार के सभी सदस्यों को मृत पाया। घटना को लेकर अनजान बनते हुए केवल राम ने कहा, “मैंने फिर अपने रिश्तेदार को फोन किया जो कुछ अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंचा और पुलिस को सूचना दी।

मामले पर राजनीति शुरू

जोधपुर से सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया और कहा ”  “मृतकों में दो पुरुष, चार महिलाएं और पांच बच्चे हैं। एक के बाद एक बेहद डराने वाली घटनाएँ सामने आ रही हैं जो राज्य की खराब होती स्थिति को परिलक्षित करती हैं। सरकार को कार्रवाई कर तस्वीर साफ करनी चाहिए।” सीमांत लोक संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोधा ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।