उत्तर प्रदेश बांदा जिला के जसपुरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत डड मऊ का मजरा चौकी पुरवा के रहने वाले लोगों का आरोप था कि लॉकडाउन के चलते हुए हैं जो प्रवासी मजदूर बाहर से वापस आए थे उन लोगों को गांव में किसी तरह का काम प्रधान द्वारा नहीं दिया गया है इसके चलते हुए प्रवासी मजदूर सभी परेशान थे घर खर्चा नहीं चल पा रहा था इसी कारण से उसका परिवार भुखमरी के कगार पर जूझ रहा था |
उनके परिजनों का आरोप है कि गांव में जो प्रवासी मजदूर वापस आए थे लॉकडाउन में उन लोगों का किसी तरह का सरकारी लाभ नहीं दिया गया है अगर किसी के सहारे लोगों का परिवार का घर खर्चा चल रहा था उनका कर्जा भी हो चुका था इसी के चलते हुए वह राम बहादुर बहुत परेशान था और रात दिन इसी को सोचता था कि मेरा परिवार कैसे चल पाएगा वह दिल्ली में मजदूरी ईटगारा का काम करता था |
वहां पर परिवार सहित लोग रहते थे लॉकडाउन में उनका वहां भी काम रुक गया वह वापस वहां से गांव आए जब गांव आए तो उनको गांव में भी मजदूरी न मिलने के कारण वह काफी लोगों से कर्ज ले चुका था और उसके पास कर्ज हो चुका था एक लाख का कर्ज बताया गया है इसी टेंशन को लेते हुए हैं वह रात दिन सोचता था |
एक लाख का कर्ज मैं कैसे लोगों का भर पाऊगा वह गांव के नजदीक कुआ मे कूद कर बिना सोचे समझे कूद गया और वहीं पर अपनी जान गवा दी इसकी सूचना पैलानी थाना में दी गई मौके पर पुलिस पहुंची और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिए हैं लेकर लेखपाल शैलेंद्र तिवारी का कहना है कि मौके में जाकर हमने जांच की है जिसमें वह आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या की है|
उसको सरकारी लाभ 30000 का मिल सकता है लेखपाल शैलेंद्र तिवारी का कहना है कि हमारी तरफ से पूरी मदद की गई है वह बहुत गरीब परिवार है जो इस समय भुखमरी की कगार से जूझ रहा है हमरी तरफ कार्यवाही की जाएगी उन लोगों को मदद जरूर दिला जाएगा