खबर लहरिया Blog क्या शत्रुघ्न राय की मौत भारत- नेपाल विवाद के कारण हुआ?

क्या शत्रुघ्न राय की मौत भारत- नेपाल विवाद के कारण हुआ?

बिहार के सीतामढ़ी जिले में भारत-नेपाल सीमा पर नेपाल पुलिस की ओर से फायरिंग किए जाने की खबर है. जानकारी है कि इस फायरिंग में एक ग्रामीण की मौत हो गई है. सीतामढ़ी के सोनबरसा नाम की जगह पर नेपाल पुलिस द्वारा फ़ायरिंग में एक स्थानीय ग्रामीण की मौत की ख़बर मिली है और दो लोग इस घटना में घायल हुए हैं. घायलों का इलाज सीतामढ़ी के सदर अस्पताल में चल रहा है.

 भारत- नेपाल विवाद

भारत- नेपाल विवाद


वहीं एसपी के मुताबिक नेपाली पुलिस सफ़ाई में बता रही है कि पुलिस का हथियार छीन कर भाग रहे लोगों पर नेपाली पुलिस ने गोली चलाई है. लेकिन स्थानीय लोग बॉर्डर पार जाने को लेकर विवाद में गोली चलाने की बात कह रहे हैं. फ़िलहाल मामले की छानबीन की जा रही है.
मृत व्यक्ति की पहचान लालबंदी निवासी नागेश्वर राय के पुत्र विकेश कुमार के रूप में की गयी है. घायलों में लालबंदी निवासी विनोद राम का पुत्र उमेश राम, वशिष्ठ राय का पुत्र लगन राय और सोहरवा निवासी बिंदेश्वर ठाकुर का पुत्र उदय शर्मा शामिल हैं.
जानकारी के अनुसार, लगन राय का पुत्र शत्रुघ्न राय 12 जून की सुबह नेपाल के सीमावर्ती गांव दुलरीया अपनी ससुराल जा रहा था. उसी समय बॉर्डर पर तैनात नेपाली पुलिस से बॉर्डर पार करने को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद पुलिस ने शत्रुघ्न राय के साथ मारपीट की. इसी बात को लेकर लालबंदी और सोहरवा के ग्रामीण बॉर्डर पर पहुंचे और हंगामा करने लगे. उसके बाद पुलिस ने गोलीबारी शुरू कर दी. ग्रामीणों के अनुसार करीब 17 राउंड गोलियां चलायी गयीं. नंदीपत अस्पताल के संचालक डॉ वरुण कुमार ने बताया कि घायलों का ऑपरेशन कर दिया गया है. स्थित नाजुक है, परंतु दोनों घायल खतरे से बाहर हैं.
फिलहाल बॉर्डर पर भारतीय एसएसबी और स्थानीय पुलिस डटी हुई है तो वहीं नारायणपुर बॉर्डर पर नेपाली सेना भी डेरा डाले हुए है.
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच फिलहाल नक्शा को लेकर तनातनी चल रही है. भारत का कहना है कि सारा मामला नेपाल के नए नक्शे को लेकर हुआ है. इस नए नक्शे में नेपाल ने कुल 395 वर्ग किलोमीटर के इलाके को अपने हिस्से में दिखाया है. इसमें लिम्पियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी के अलावा गुंजी, नाभी और काटी गांव भी शामिल हैं. नेपाल ने अपने नक्शे में कालापानी के 60 वर्गकिलोमीटर को अपना बताया है. इसी तरह से लिम्पियाधुरा के 395 वर्गकिलोमीटर पर नेपाल ने अपना दावा जताया है. नेपाल की कैबिनेट की एक बैठक में इस मैप को मंजूरी दी गई थी. अब इस विवाद का अंजाम क्या होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।