खबर लहरिया जासूस या जर्नलिस्ट पहले नाबालिक के साथ बलात्कार, फिर उसे गाँव भी क्यों छोड़ना पड़ा? | जासूस या जर्नलिस्ट

पहले नाबालिक के साथ बलात्कार, फिर उसे गाँव भी क्यों छोड़ना पड़ा? | जासूस या जर्नलिस्ट

महिला हिंसा के केस तो बहुत बढ़े है, और ये ऐसे केस है जो पुलिस के रिकार्ड में मिल जाएंगे। पर कई ऐसे केस है जो रिकार्ड में नही मिलेंगे। तो हम आपके ऐसा ही केस लेकर आई हूं। तो इस पूरे वीडियो को देखने के लिए आप मेरे चैनल को सब्सक्राइब करिए।
दोस्तो मामला महोबा जिला के कबरई थाना क्षेत्र के एक गाँव का है। जहाँ पर एक नाबालिक लड़की ने अपने ही मोहल्ले के लड़के के ऊपर 3 महीने पहले रेप करने का आरोप लगाया है। जिससे लड़की गर्भवती हो गई है। इसकी सूचना जब पीड़ित परिवार को पता चली तो न्याय के लिए 6 जून को कबरई थाना में दरखास दी।
पीड़ित लड़की ने बताया कि मैं खेत में बकरी चराने जाती थी।एक दिन मोहल्ले का ब्रजकिशोर नामक लड़का अकेला देखकर मेरे पास आया और मुझे जबरदस्ती घसीट कर झाड़ियों के पीछे ले गया। मैंने चिल्लाने की कोशिश की तो मुझे तमंचा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। मेरे साथ बलात्कार किया और धमकी दी कि अगर किसी से बताया तो तुम्हे और तुम्हारे पिता को जान से मार देंगे। डर की वजह से मैंने यह बात यह बात किसी से नही बताई।
लड़की के पिता के कहा कि वह खेत मे रहता था। घर मे बच्चे रहते थे। बच्चों की माँ पचपन में खत्म हो गई थी। लड़की गर्भवती होने की बात हमे गाँव के लोगो से पता चली। हमने अपनी लड़की के साथ मारपीट की तो लड़की ने सारी बात बताई। इसकी दरखास हमने कबरई थाना में दी है। पर अभी तक कोई करवाई नही हुई है।
इस पूरे मामले को लेकर जब हमने गाँव मे रिपोर्ट की तो पहले तो कोई कुछ बताने के लिए तैयार नहीं था। जब हमने गोपनीय तरीके से बात की तो लोगो ने बताया कि लड़की जिस लड़के का नाम ले रही है, उसके साथ और लोग भी है रेप करने में। दबाव की वजह से और लोगो का नाम नही ले रही है। लड़की की माँ है नही बचपन मे खत्म हो गई थी इसलिए कोई देखने सुनने वाला नहीं था। जब लड़की का पेट दिखने लगा तो गाँव में चर्चा होने लगी। यह बात जब लड़की के बाप को पता चली तो दोनों पक्ष प्रधान के पास गए, वहां पर पंचायत लगी रही 4 से 5 घंटे था। पीड़ित लड़की का पिता सबके हाथपैर जोड़ रहा था कि लड़की को लड़के वाले अपना कर शादी कर ले। पर आरोपी परिवार नही मान रहा, जब पंचायत में कुछ नही हुआ तो कबरई थाना में दरखास दी, दरखास देने के बाद आप सोच रहे होंगे कि मुकदमा लिखकर अपराधी को जेल भेज कारवाही हुई होगी। तो भूल जाइए ऐसा कुछ नही हुआ, पर हुआ आप जानना चाहते थे। 3 दिन तक थाना के चक्कर काटने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
थाने में पुलिस और कुछ राजनीति दल के नेताओ ने कई तरह से दबाव बना कर और धमकी देकर जबरजस्ती राजीनामा करवा दिया। अगर हम सूत्रों की माने तो राजीनामा में पीड़ित परिवार को एक लाख रुपये दिया गया है। जिससे पीड़ित लड़की का अबॉर्शन करवाया जा सके। पीड़ित परिवार अपने बच्चों के साथ गाँव छोड़कर कही चला गया है। हमने कई लोगो से उस परिवार के बारे में जानकारी लेनी चाही पर कोई जानकारी नही मिली।
इस घटना को कवरेज करते समय बहुत दर्द हुआ,
सवाल है कि
आख़िर पुलिस क्यों कारवाही करने से कतराती है।
इन राजनेताओं और पुलिस की वजह से ही हमारे देश मे सबसे ज्यादा महिला हिंसा होती है। और कार्यवाही न होने की वजह से ही अपराधियों के हौसले बुलंद होते है।
कहते है कि महिलाओ के लिए इतने कानून बने है, जो महिला कहती है वही होता है तो आज एक महिला को क्यों गाँव छोड़कर कही और जाना पड़ा।
आज इस केस को सुनकर ऐसे लग रहा है कि पुलिस पीड़ितों के लिए बल्कि अपराधियो के सहयोग के लिए है।
क्या अपराधी की सजा 1 लाख रुपये से पूरी हो गयी?
आख़िर जो लड़की के साथ हुआ, उसका दर्द किसी को क्यों नही दिखाई दिया।
हमेशा ये पित्र सत्ता सोच महिलाओ पर कई तरह के आरोप लगाता है। पर इस केस में जो हुआ उसका जिम्मेदार कौन।
तो दोस्तो हम इस केस को लेकर आपके पास इसलिए आये है ताकि पीड़िता को न्याय और अपराधियों को सजा मिल सके,
जिससे ऐसी घटना का शिकार कोई और लड़की न हो।
तो दोस्तो ये थी हमारी आज की जासूसी भारी कहानी, आपको हमारा यह शो अच्छा लगा हो तो हमारे वीडियो को लाइक करें, शेयर करें और चैनल को सब्सक्राइब करें।
आपके अनुसार इस घटना में क्या होना चाहिए, कारवाही या समझौता हमे कॉमेंट बॉक्स पर जरूर बताएं।
अभी के लिए इतना ही अपगे एपिसोड में हम फिर मिलेंगे नए केस के साथ तो अभी के लिए दीजिये इजाजत नमस्कार।