देश में कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को मद्देनज़र रखते हुए कल यानी 20 अप्रैल 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को सम्बोधित किया। जिसमें उन्होंने कई अहम मुद्दे जैसे सम्पूर्ण लॉकडाउन लगेगा या नहीं, अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं की क्या स्थिति है आदि पर बात की। 20 मिनट तक चले अपने इस सम्बोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने इन बातों का स्पष्टीकरण किया है।
पीएम ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अनुरोध करते हुए कहा की लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल किया जाए। और इससे बचने की पूरी कोशिश की जाए। इसके साथ ही ज़रूरी है कि राज्य सरकार माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन पर अपना ध्यान केंद्रित करें। – राज्य सरकार प्रवासियों और श्रमिकों से आग्रह करें कि वो जहां हैं वहीं रहें। ताकि कोरोना को फैलने से रोकने में मदद हो सके।
पीएम मोदी ने देश के हर शहर में ठप्प पड़ रही स्वास्थ्य सेवाओं को मद्देनज़र रखते हुए यह बताया है कि भारत ने दवाओं के उत्पादन में वृद्धि कर दी है। इसके साथ ही देश के अनेक हिस्सों में बढ़ रही ऑक्सिजन और बेड की माँगों को पूरा करने के लिए तेज़ी और संवेंदनशीलता से काम शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने देश के नागरिकों से ख़ासकर युवाओं से आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करने की बात भी कही है। और अपने क्षेत्र में कोविड-19 के प्रोटोकॉल के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए छोटी समितियों का गठन करने की अपील की है। कोरोना वायरस का संक्रमण बेक़ाबू होता नज़र आ रहा है। पिछले छह दिन में 14 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। और यह दर 17% से भी अधिक पहुँच चुका है। ऐसे में लोगों को हौसला देने के साथ-साथ ज़रूरी होगा कि सरकार कुछ ठोस कदम उठाए और देश की रक्षा करे।