जिला चित्रकूट ब्लॉक मनिकपुर गांव भौंरी का पुरवा बीरू राम का पुरवा के लोग उनके व्यवसाय न चलने की वजह से परेशान है। लोगों का कहना है कि पहले तो कोई भी आधुनिक मशीने नहीं थी। लोगों को अगर गेहूं पीसना हो या कुछ करना हो तो वे पत्थर से बने सामान का इस्तेमाल करते थे। लेकिन जब से बिजली आयी है, लोग चक्की में जाकर आटा पिसवाते हैं। चक्की में लोग पीसने का दाम भी बढ़ा देते हैं। जो उनकी पहले थोड़ी-बहुत रोज़ी-रोटी थी। वह भी नहीं रही।
लोग कहते हैं कि यह उनकी संस्कृति का हिस्सा है। पहले एक पत्थर 10 रूपये का मिलता था। फिर 50, 100 आदि हो गया। जो वह गाँव-गाँव जा-जाकर बेचते थे। जिसका इस्तेमाल लोग शादियों में करते थे। लेकिन अब सब पीछे छूट रहा है। उनके पास अब कोई काम नहीं है क्यूंकि उन्होंने बस यही काम सीखा है। उनके बुर्जुग भी यही काम करते थे। लोगों का कहना है कि अब वह मज़दूरी करके भरन-पोषण कर लेंगे। लेकिन पत्थर का काम नहीं करेंगे।