यह सच है कि हिम्मत और हौसला हो तो इंसान हर बाधा को आसानी से पार कर जाता है। ऐसी ही है ललितपुर जिले के पठा गाँव के रीना की कहानीl जिनका सपना है की वह गायक बनें और शादी भी उन्होंने इसी शर्त पर की थी। लेकिन उन्हें ससुराल का हर व्यक्ति सपोट नहीं करता फिर भी वह हिम्मत नहीं हारी। 2015 से वह काफी जगह जैसे झाँसी इंदौर ललितपुर मड़ावरा महरौनी पार्टियों में गाने जा चुकी हैं उनके अनुसार साल भर में उन्हें लगभग 90 प्रोग्राम तक मिल जाते हैं। और वह अपना सपना पूरा कर रही हैं।
रीना का कहना है कि कि हमें गायकी की बहुत लगन थी जैसे कि जब हम पढ़ते थे तो हमारी मां छोटे-छोटे गाना बना करके देती थी और हम उसी राष्ट्रीय गीत को अपने स्कूलों में गाया करते थे। तो गाने का मुझे बहुत शौक था और मुझे इतना पढ़ाई में इंटरेस्ट नहीं था जितना गाने में था। मेरा यही सपना था कि मैं गायक बनूं और आज मैं गायक हूं। मुझे 6 साल हो गए हैं 2015 से गायकी कर रही हूँ। रीना का कहना है कि जब वह पहली बार मंच पर गई तो उन्हें थोड़ा डर महसूस हुआ और थोड़ा गर्व भी महसूस हुआ।
और हो भी क्यों न उनका सपना जो पूरा हो रहा था। गायकी में उनकी माता- पिता का सपोर्ट रहा और जब शादी हुई थी तो यह तय किया था कि वह गायकी नहीं छोड़ेंगी और आज उनके ससुराल वाले गायकी छुड़वाने के सपने देख रहे हैं लेकिन वह नहीं छोड़ना चाहती। रीना का यह भी कहना है कि उन्हें उनके गांव के लोग बुरी नजर से देखते हैं। कई प्रकार के ताने देते हैं कि बेटियां हैं रात में जाती हैं। अकेली जाती है। पर वह एक कान से सुनकर दूसरे कान से उड़ा देती हैं। और आज की स्थिति में वह काफी जगह जैसे झाँसी, इंदौर, ललितपुर, मड़ावरा महरौनी गाने जा चुकी हैं। और उन्हें खुद पर गर्व महसूस होता है।