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ससुराल वालों पर बहू को मारने का आरोप - KL Sandbox
खबर लहरिया Blog पिता ने ससुराल वालों पर लगाया जान से मारने का आरोप, बेटी ने किया खारिज़

पिता ने ससुराल वालों पर लगाया जान से मारने का आरोप, बेटी ने किया खारिज़

उत्तर प्रदेश के जिला चित्रकूट में 7 अप्रैल को महिला के खिलाफ हुए उत्पीड़न का मामला सामने आया है। जिला चित्रकूट के थाना भरतकूप के निवासी रामसनेही का आरोप है कि उसकी बेटी को उसके पति द्वारा ज़हर खिलाकर जान से मारने की कोशिश की गयी है। फिलहाल, उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत अब बेहतर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, महिला का नाम आशा है। उसके पिता का कहना है कि इलाज के दौरान ससुराल वालों द्वारा उसे उसकी बेटी से मिलने भी नहीं दिया गया। वहीं पूरे मामले को लेकर महिला ने अपने पिता के ही सारे आरोपों को खारिज़ कर दिया है।

फ़िक्र में पिता ने की शिकायत – आशा

पूरे मामले को लेकर खबर लहरिया ने, आशा से बात की। जिसे लेकर पूरा मामला सामने आया है। आशा का कहना है,” मेरी तबयत तीन-चार महीने से खराब चल रही थी। सिरफ ( दवाई की शीशी ) पी रही थी। धोखे से सिरफ की जगह कीड़े मारने की दवा पी गयी। पिताजी मेरे गर्म दिमाग के हैं। डॉक्टर के यहां आए थे। मैं बेहोश थी, बात नहीं हो पाई थी। इसलिए वो डर गये और मिडिया वालो और पुलिस में शिकायत कर दी।”

गलत शीशी में भरी दवाई पीने से हुई तबयत खराब

पूरे मामले को लेकर, आशा के पति इंद्रजीत का कहना था कि उसकी पत्नी का काफ़ी दिनों से इलाज चल रहा था। डॉक्टर ने दवाई की शीशी दी थी, पीने के लिए। किसी ने खाली शीशी में सब्ज़ी के कीड़े मारने वाली दवा भरकर रख दी थी। जब उसकी पत्नी सुबह उठी तो रोज़ की तरह काम करके दवाई पी। जिसके बाद उसे कुछ अच्छा नहीं लगा। जिसके बाद वह उसे जिला अस्पताल ले गया। जिला अस्पताल द्वारा उसकी पत्नी को इलाहबाद रेफर किया गया। फिर वह अपनी पत्नी को प्राइवेट डॉक्टर सुरेंद्र के पास इलाज के लिए ले गया। जिसके बाद उसकी पत्नी ठीक है।

शादी के समय भी की थी दहेज़ की मांग

रामसनेही के अनुसार, आशा की शादी उसने लगभग 9 साल पहले रैपुरा के पास बोडी पोखरी में रहने वाले इंद्रजीत से करवाई थी। उसका आरोप है कि उसकी बेटी के ससुराल वालों द्वारा लगातार दहेज़ माँगा जाता था। यहां तक की शादी के मंडप में भी 5 लाख रूपये और एक कार की मांग की गयी थी। जो की उनकी हैसियत से बिल्कुल बाहर था।

वह बताते हैं कि ससुराल वाले शादी के लिए ही इंकार कर रहे थे। जब उनके द्वारा पुलिस में रिपोर्ट लिखाने की बात की गयी तब जाकर शादी हुई। शादी में तकरीबन 7 लाख रुपयों का खर्चा आया। वह आरोप लगाते हुए कहते हैं कि क्यूंकि वह उसकी बेटी के ससुराल वालों को दहेज़ देने में नाकामयाब रहे। इसलिए 7 अप्रैल को उसकी बेटी को ज़हर खिलाकर मारने की कोशिश की गयी। उन्हें इस बात की जानकारी 8 अप्रैल को उसकी बेटी के पड़ोसियों द्वारा फोन करके दी गयी। उसकी बेटी आशा के चार बच्चे हैं।

भाई की बेटी की ससुराल वालों ने की हत्या – रामसनेही का आरोप

आशा के पिता का का कहना है कि उन्होंने अपनी दोनों बेटियां आशा और छोटी बेटी निर्मला ( रामसनेही के भाई की बेटी ) की शादी एक ही घर में की थी। उसकी छोटी बेटी निर्मला के दो बच्चे थे। वह आरोप लगाते हुए कहते हैं कि “उनके भाई की बेटी को तो पहले ही मार डाला। उसके साथ भी मारपीट करते थे। एक बार पेट में जाने क्या मारा की वो मर गयी। उसके इलाज में लाखों रूपये भी लगाए। फिर भी बचा नहीं पाए।”

पुलिस ने नहीं किया सहयोग – रामसनेही का आरोप

रैपुरा के थाना प्रभारी सुरेंद्र शर्मा को दी हुई एप्लीकेशन कॉपी

आशा के पिता का कहना है कि जब उसे उसकी बेटी के बारे में पता चला तो वह शिकायत करने के लिए रैपुरा थाना गया। उसका आरोप है कि पुलिस द्वारा उसका सहयोग नहीं किया गया। फिर उसने अपनी बेटी को प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए ले गया। लेकिन बाद में उसकी बेटी के पति इंद्रजीत द्वारा उसे आशा से मिलने नहीं दिया गया। वह कहते हैं कि इंद्रजीत द्वारा उसे अपशब्द कहते हुए जान से मारने की धमकी भी दी गयी।

इनके द्वारा की जाती थी मारपीट

रामसनेही का आरोप है कि आशा को उसके देवर रज्जु, देवर की पत्नी बबली और ससुर रामप्रसाद द्वारा मारा-पीटा जाता था। उसकी बेटी को मानसिक तौर पर भी प्रताड़ित किया जाता था। वह कहते हैं कि “आशा ने खुद ज़हर खाया या उसे खिलाया गया। ये तो पता नहीं। लेकिन इतना प्रताड़ित करते हैं कि गुस्से में आत्महत्या भी लोग कर सकते हैं। जो भी कारण हो, हमारी बेटी तो मर जाती। हम एक बेटी खो चुके हैं। अब दूसरी नहीं खोना चाहते। बच्चे और उनकी बेटी यहां भेज दे। जैसा भी होगा, मेहनत मज़दूरी करके खिलाएंगे।”

पूरा मामला बेहद ही घुमावदार है। पहला ये कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने न तो कोई कदम उठाया और न ही हस्तक्षेप किया। जबकि यहां ममला उत्पीड़न और जान से मारने के आरोप को लेकर था। दूसरा यह कि महिला ने खुद ही उसके पिता द्वारा लगाए गए सारे आरोपों को खारिज कर दिया। लेकिन रामसनेही की बेटी निर्मला की हत्या के आरोप को लेकर कुछ साफ़ नहीं है। अब यहां ये सवाल उठता है कि क्या महिला ने जो कहा वो सच है या फिर उस पर कोई दबाव है? रामसनेही की बात में कितनी सच्चाई है?

इस खबर को खबर लहरिया के लिए नाज़नी रिज़वी द्वारा रिपोर्ट किया गया है।