खबर लहरिया छतरपुर छतरपुर–कोरोना संकट में दिव्यांग सभी प्रकार की सुविधा से है वंचित विभाग से हुए वापसी जताया नराजगी

छतरपुर–कोरोना संकट में दिव्यांग सभी प्रकार की सुविधा से है वंचित विभाग से हुए वापसी जताया नराजगी

कोरोना काल के संकट से उबरने के लिए केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार गरीबों व असहाय लोगों के लिए हर संभव मदद कर रही है.लेकिन विकलांगों को पेंशन की राशि नहीं मिल पाती है. जिससे विभाग की लापरवाही समझ में आ रही है|
छतरपुर जिले के ब्लॉक छतरपुर  ग्राम नरसिंहगढ़ पुरवा में रहने वाले 30 वर्ष मनोज अहिरवार जो की शारीरिक रूप से  80 प्रतिशत विकलांग है. उनके लगभग 20 साथी और भी  जो वो भी विकलांग है  इन्हे सरकार द्वारा मुलभुत सुविधा आज तक नहीं मिल पाई है इन्हे ना तो पेंशन मिलता है ना कोई रोजगार है.जिससे उनके घर की स्थिति ठीक नहीं है. रोजमर्रा की जिंगदी में कई तरह की कठिनाईया आ रही हैं. विकलांगिता के कारण अपने पैरो से लाचार हैं|

विकलांग  मनोज अहिरवार का आरोप है की

 हम कोई काम नहीं कर पाते हैं. हमे उम्मीद रहती है की सरकार के तरफ से पेंशन मिल जाए. जिससे हम लोग कुछ अपना घर का खर्चा चला सकें.  पेंशन के लिए हम लोग काफी बार कलेक्ट्रेट में आवेदन दे चुकी हैं. यहां तक की सभी विकलांग मिल कर पैदल यात्रा करके रैली भी निकाल चुके हैं चुनाव के समय पर कोई सुनवाई नहीं है| जबकि सरकार ने हम विकलांगो के लिए हर एक सुविधा देने का वादा किया था| लेकिन मेरी ना तो पेंशन बनी है ना ही कोई पैसा खाते में आता है. लेकिन देखा जाए तो सरकार ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है

साथ ही विकलांग लोग ये भी बता रहे है की इतने दिन हो गए सरकार ने घोषणा की थी कि हर विकलांगो को ₹1000 दिया जाएगा और जो विकलांग पढ़ा लिखा है उसको रोजगार दिया जाएगा. लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं है हम लोग काफी दिनों से परेशान हैं ना कोई सुनवाई हो रही है ना ही हम लोगों को सीरियस लिया जाता है. अगर हम लोग वहां पर आवेदन देने जाते हैं तो अधिकारी हम लोगों से दूर व्यवहार करते हैं कहते हैं कि तुम लोगों की कोई सुनवाई नहीं होगी |
अगर यही हाल रहा तो हम लोग एक हप्ते के बाद जिला पंचायत के सामने भूख हड़ताल करने पर मजबूर हो जाएंगे. जिसका जिम्मेदार खुद ही प्रशासन होगा| या तो फिर सरकार वादा ना करती. अगर वादा क्या है तो पूरा करे| हम लोग अपना हक मांग रहे हैं|

इस मामले में की ग्राम नरसिंहगढ़ पुरवा की प्रधान राजकुमारी साहू का कहना है

कि यह लोग जब आवेदन देने गए थे,तो हमें बताकर नहीं गए थे| हम लोग इनकी मदद करते हैं. लेकिन प्रधान भी क्या करे हम लोगों से जितना  हो पाता है करते हैंउन  लोगों का राशन कार्ड बनवा दिया है.जिससे कुछ लोगों को राशन गेहूं मिल जाता है. कुछ लोग मजदूरी करते हैं उनको राशन कार्ड हम अभी बनवाने वाले हैं.जो कुछ दिनों में ही बन जाएगा,और लोगों को  राशन मिलने लगेगा| अगर लोग धरने पर अपनी मांगों को लेकर बैठेंगे तो हम लोग उनका पूरा साथ देंगे |