खबर लहरिया Blog  कोरोना वायरस से पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस जी का निधन

 कोरोना वायरस से पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस जी का निधन

कोरोनावायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहाँ आंकड़ों में तेजी से इजाफ़ा हो रहा है वहीं दूसरी तरफ मृतकों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही हैहर दिन लोग इस कोरोना काल के गाल में समाते जा रहे हैं बांदा के स्वतंत्रता सेनानी प्रदेश सरकार में मंत्री रहे समाजवादी पार्टी के नेता जमुना प्रसाद बोस जी का 7 सितम्बर को कोरोना की चपेट में आने से राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ में निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे और 1 सितंबर को कोरोना संक्रमित हो गए थे उनके निधन से पूरे शहर में शोक की लहर छा गई है।

25 अक्टूबर 1925 को बांदा में जन्मे थे जमुना प्रसाद बोस 

   31 अक्टूबर 1925 को जन्मे जमुना प्रसाद बोस जी का जीवन काफी संघर्षमय रहा। उन्होंने पूरे जीवन में गरीबों के लिए संघर्ष किया। उन्हें न्याय दिलाने के लिए कई बार आंदोलन किए। जमुना प्रसाद बोस सबसे पहले 1974 में विधायक बने थे और 1978 में राम नरेश यादव मंत्रिमंडल में पहली बार ग्राम विकास मंत्री बनाए गए थे। उसके बाद बनारसी दास गुप्ता और मुलायम सिंह यादव के मंत्रिमंडल में भी मंत्री रहे। जमुना प्रसाद बोस को बुंदेलखंड का गांधी भी कहा जाता था। इनके निधन की खबर आते ही पूरे बुंदेलखंड में शोक संवेदनाओं की लहर दौड़ गई।
ऐसा बताया जाता है की जमुना प्रसाद बोस जी उनमें से एक थे जिन्होंने गांधी जी को देखा था इनके विचारों से लोग बहुत प्रभावित होते थे। खबर लहरिया ने भी इनके विचारों को औरों तक पहुंचाने के लिए कई बार कवरेज किया।


जमुना प्रसाद जी के नाम में बोस कैसे जुड़ा?

ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में शामिल होने के बाद वह बुंदेलखंड़ में नेताजी के अति विश्वसनीय फौजी भी थे। नेताजी से नजदीकियों की वजह से लोगों ने उन्हें ‘बोस’ के नाम से संबोधित करने लगे। देश जब गुलामी की जंजीरों में जकड़ा था, तब जमुना प्रसाद बोस जी ने आजादी की लड़ाई लड़ी।अंग्रेजी हुकूमत की दमनकारी नीतियों का विरोध करते हुए कोड़े खाए और यातना सही। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रभावित होकर श्री जमुना प्रसाद बोस ने भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया और जेल गए। आज़ादी के बाद लोकतंत्र को बचाने के लिए संघर्ष किया और जेल की सजा भी काटी। लेकिन अपनी इस राह पर हमेशा डटे रहे
जमुना प्रसाद बोस जी के साथ एक और पल जब हमने उनसे राजनीति के बदलाव के बारे में बात की



समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जताया शोक

समाजवादी मूल्यों के लिए अपना जीवन अर्पित करने वाले जमुना प्रसाद बोस के निधन पर ट्वीट कर अखिलेश यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की उन्होंने कहा कि समाजवादी आंदोलन के इतिहास और भविष्य में उनकी कर्मठता एवं ईमानदारी सदियों तक याद रखी जायेगी


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पूर्व मंत्री जमुना प्रसाद बोस के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया उन्होंने कहा कि जमुना प्रसाद बोस ने सार्वजनिक जीवन में कर्मठता, ईमानदारी और सादगी का उदाहरण प्रस्तुत किया
 

बांदा के एसपी कार्यालय में दी गयी श्रधांजलि

बांदा के एसपी कार्यालय में दी गयी श्रधांजलि


 
जमुना प्रसाद बोस जी के निधन पर खबर लहरिया परिवार भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।