चित्रकूट जिले के चौकी शिवरामपुर के अंतर्गत कस्बा शिवरामपुर मे दो अगस्त को एक आत्महत्या का केस सामने आया है बता दू की खोही परिक्रमा मार्ग की रहने वाली राधा की शादी 2011 मे शिवरामपुर के राहुल के साथ हुई थी राधा अपने 6 भाइयों मे अकेली बहन थी राधा की मौत 2 अगस्त को हो गई यानि की रक्षा बंधन के ठीक एक दिन पहले राधा के माइके वालो का आरोप है की राधा के ससुराल वाले हमेशा उसे प्रताड़ित करते थे |
हमेशा पैसों की मांग करते थे आज से नौ साल पहले हमने राधा की शादी आठ लाख रूपये मे की हर चीज दहेज मे दी थी उसके बाद भी हम अक्सर उसकी मदद पैसों से करते थे राधा जबसे शादी हुई कभी एक रात हमारे यहां नहीं रूकी उसका पति कभी रूकने नहीं देता दो घंटे रुक कर चली जाती थी यहां तक भाई की शादी मे भी नहीं आने दिया रक्षाबंधन के एक दिन पहले हमने सोंचा चलो वो पिछले साल भी नहीं आई भाईयों को राखी बांधने तो भाइयों को ही भेज देते हैं |
यहां सब तैयारी हो रही थी राधा के यहां जाने की राधा से फोन पर बात करने की कोशिश करी बात नहीं कराई उसके पति ने बोला वो बात नहीं करना चाहती के यहां जाने की लगभग दो बजे पडोसियों से फोन पर पता चला राधा को कारेंट लग ने से उसकी मौत हो गई हम सब पहूंचे तो वहां करेंट से मौत जैसा कुछ नहीं दिख रहा था उसकी हत्या की गई है जब से हम रिपोर्ट लिखाने के लिए भटक रहे हैं |
लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई शिवरामपुर चौकी मे भी कोई कार्वाही नहीं हुई हम कोतवाली कर्वी गये वहां भी कोतवाल ने बोला आत्महत्या हुई का मामला है कोई रिपोर्ट नहीं लिखी जाएगी कही भी जाओ 5 तारीख को हम एस पी चित्रकूट से मिले तै भी रिपोर्ट अभी तक नहीं लिखी गई हमारी ही बहन बेटी जान से गई हम न्याय के लिए भटक रहे हैं जबकि राधा का पति अपने बयानों मे फंस रहा है पहले वो करेंट से मौत बता रहा था |
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद वो ब फांसी बता रहा है फिर भी पुलिस कुछ नहीं कर रही राधा के पति राहुल का कहना है दोपहर मे लगभग 4 बजे मै खाना खाकर गया था बाहर वो माइके जाने की तैयार री कर रही थी घर मे कोई नहीं था उसने फांसी लगा ली जो भी बात हुई हो किसी से कोई लडाई झगडा नहीं हुआ था
राधा की मौत बनी मिस्ट्री, माइके और ससुराल वालों का एक दूसरे पर आरोप
शिवरामपुर चौकी इन्चार्ज अजीत प्रताप सिंह का कहना है आत्महत्या का केस है प्रताड़ित करने का 306 का मुकदमा दर्ज भी कर लेते हैं तो माइके वालो को साबित करना होगा की किस तरह प्रताड़ित करा जाता था