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महोबा: कांस्टेबल रमेश यादव ने क्यों दे दी अपनी जान? - KL Sandbox
खबर लहरिया ताजा खबरें महोबा: कांस्टेबल रमेश यादव ने क्यों दे दी अपनी जान?

महोबा: कांस्टेबल रमेश यादव ने क्यों दे दी अपनी जान?

जिला महोबा व्लाक जैतपुर कस्बा कुलपहाड़ मोहल्ला सतीयान पुरा जहां के रहने वाले लगभग 46 साल उम्र के रमेश यादव। जालौन जिला के कदौरा थाने में कांस्टेबल के पद पर तैनात था लगभग 6 महीना से ड्यूटी भी कर रहा था
अचानक से फांसी लगने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया जिसे अब रो रो के बुरे हाल हैं रमेश यादव के दो बेटे और एक बेटी थी उनका पूरा परिवार कुलपहाड़ कस्बे में रहता था रमेश यादव अपनी ड्यूटी कदौरा थाना में ही कर रहा था 23 जुलाई 2020 को लगभग 10:00 बजे किसी रिश्तेदार का फोन आया था कि रमेश यादव कदौरा थाना के ही क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली
परिवार वालों का आरोप है कि पहले बात तो थाने से हमें पता ही नहीं चला कि क्या हो रहा है हमें तो दूसरों से पता चला जब हम थाना पहुंचे तो ऐसे हमें तो देखने को मिला कि हमारे होश ही उड़ गए बिस्तर के चद्दर से पंखे में लटका हुआ था ना ही उसके कमरे में कोईदेखे हुए देखे नाही विस्तार ही हमें उस तरह से देखा है अगर किसी की अपने मन से सुसाइड करता है तो साधारण जान नहीं निकल जाती है तो हाथ पैर इधर-उधर खर्चा आता भी है जो कि साडे 6 फुट का जवान था और एक पैर उसका पलंग में रहा था रात भर पलंग के नीचे लटका था जो फांसी के फंदा था चद्दर का उसमें भी बहुत लोग था पलंग के ऊपर कुर्सी भी रखी थी ना ही कुर्सी इधर-उधर हुई अगर रमेश ने ही अपनी सोसाइड की है तो ऐसा नहीं हो सकता कि भूख पंखा भी मांग सकता था और नीचे का भी उसका सहारा मिलता इसमें आत्महत्या की कोई सबूत हमें नहीं दिख रहा ना ही वह ऐसा काम कर सकता क्योंकि वह अपने घर परिवार से भी संपन्न था किसी तरह की उसको परिवार से दिक्कत नहीं थी जो दिक्कत थी वहां से ही दिक्कत होती रही होगी
हमारे साथ बहुत गलत काम हुआ है हमें न्याय चाहिए मौके पर आए एसपी और पूरा पुलिस प्रशासन पंचनामा भरा लिया है हमसे और कह रहे थे कि पीएम की रिपोर्ट आने पर ही कार्यवाही की जाएगी निष्पक्ष किस तरह से कह कर हमें डाल दिया जिससे हम लोगों के साथ बहुत गलत हुआ एक तो थाना में जातिवादी भी बहुत होती थी
लता का भांजे ने बताया था कि जब हमने पास पड़ोस में जानकारी ली उनका कहना है कि यह झगड़ा होता रहा है 5:00 बजे समय सुबह 23 तारीख को और एक-दो दिन पहले भी हुआ था अब हम यह नहीं बता सकते हैं कि किस से हुआ है
एक दो आदमी की हिम्मत भी नहीं थी कि रमेश को मर्डर कर दे क्योंकि 105 किलो वजन का वह खुद था तहसील कुलपहाड़ जिला महोबा कोतवाली कुलपहाड़ जहां रमेश यादव कि दिनांक 23 तारीख को लगभग 10:00 बजे जानकारी मिली है घटना हो सकता है कि 23 की ही रात की है और आज 24 तारीख को उसका दाह संस्कार कुलपहाड़ में हो रहा है