खबर लहरिया चित्रकूट चित्रकूट: लॉकडाउन में टीबी मरीजों के क्या हैं हालात?

चित्रकूट: लॉकडाउन में टीबी मरीजों के क्या हैं हालात?

जिला चित्रकूट ब्लाक मऊ गांव ताडी यहा दो लोगो इनफेक्शन के बीमारी है इनकी बाहर से दवा चल रही है यहा मऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और कर्वी से दवा चल रही नही ठीक हुये इसके बाद बिहार से और दिल्ली से दवा चल रही थी पर लाकडाउन मे वाहन बंद होने के कारण इनकी दवा बन्द है गरीब परिवार से है इतना इनके पास पैसा नही है गाडी बुक करके दवा| को जाये इस समय भुल्लन के हालत गम्भीर है इनके बच्चे परदेश मे है वे भी काम बंद है औरत मनरेगा मे काम करती है तो घर का खर्चा चलता है |
What are the circumstances of TB patients in lockdown?
छय साल से बीमार है सभी जगह जमीन गहना बेच दिये पर अभी ठीक नही हुये इस समय कभी कभी घर मे खाने के लिए नही रहता पर सरकार के तरफ से कोई मदत नही मिली न सरकारी अस्पताल दवा फायदा की पता नही कैसे सरकारी दवा होती कुछ लोगो को फायदा नही करती है भुल्लन इस गांव इसी तरह छय लोगो के एक साल मौत हुई इसी बीमारी से सरकारी दवा ही चल रही था इस तरह से इस गांव मे स्थिति है पैसा न होने के कारण बराबर दवा नही चला पा रहे है |
मऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के टी बी डाक्टर का कहना है कि देखिए सरकारी दवा बहुत गर्म होती है इस कारण से सभी मरीज नही पचा पाते है ऐसा नही यदि यहा नही ठीक होते है मरीज तो कर्वी रिफर कर देते है जो मरीज नही ठीक होते है दूबारा भी उनकी इलाज होती है