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महोबा: कोटेदार की मनमानी, लोग दुसरे गाँव से ला रहे राशन

जिला महोबा ब्लाक जैतपुर गांव सिमोन जहां के लोगों का आरोप है कि हमारे गांव में ही कोमल कोटेदार है जिससे हम लोगों को राशन कार्ड में राशन नहीं देता है कहता है कि मैं तुमको नहीं दूंगा जहां से लेना हो वहां से ले लो। 
कुछ महिलाओं ने बताया है कि अगर राशन कार्ड में राशन कोटेदार देता है तो जैसे हमारे चार यूनिट हैं तो दो यूनिट का ही राशन देता है।  इस कारण से हम दूसरे गांव राशन लेने के लिए जाते हैं कहां से लगभग 3 किलोमीटर पैदल चलकर राशन लेने जाते हैं मोहारी गांव। 

जिससे हम लोगों को समय की भी बर्बादी होती है और सर पर रख कर राशन लेने जाते हैं। 
अगर हमारे गांव का ही कोटेदार हम लोगों को राशन दे तो हम दूसरे गांव क्यों जाएं और जब हम राशन लाते हैं तो हमें जानते हैं दो चार जगे राशन रखकर गांव तक आपते हैं।  
या समस्या तो काफी दिनों से ही चल रही थी लेकिन हमने 2 महीना से आन गांव के गांव से अपना राशन खरीद कर लेते हैं।  
शिकायत भी पहले किया था 2 महीना पहले एक महीना के लिए कोटा सस्पेंड हो गया था और अब वही कोमल के यहां फिर से बहाल हो गया है फिर भी वही रवैया कोटेदार करता है
कुछ लोगों ने यह भी बोला है कि अगर हम गांव के कोटेदार के यहां जाते हैं तो चार चार देना अंगूठा नहीं लगता है मशीन में गांव के कोटेदारों के यहां जाते हैं तो तुरंत ही लग जाता है अंगूठा और राशन मिल जाता है जितना यूनिट होता है।  
मोहारी संतराम कोटेदार ने बताया है की सिरमौर गांव के लगभग 50 लोग मेरे कोटा से राशन ले जाते हैं। सरकार का नियम है कि जो राशन धारक हैं तो अन्य कोटे से ले सकते हैं इसी वजह से मैं उनको राशन दे रहा हूं
कोटेदार की मनमानी
सिमोन कोटेदार की पत्नी फूला ने बताया है। हाय कि कस्टमर हमारे लिए भगवान होते हैं और ऐसा कुछ नहीं है जो हमारे यहां राशन धारक गला लेने आएगा वह हम देते हैं हम किसी को मना नहीं करते हैं बाई चांस यह होता है कि अगर अंगूठा नहीं लगता है तो लौट आना पड़ता है
हमारे लिए राशन धारक सब एक बराबर हैं उनकी मर्जी कि उनको कहां से राशन लेना है हम मना भी नहीं करते हैं
कुलपहाड़ खाद्यान्न सप्लाई स्पेक्टर राकेश कुमार ने बताया है कि नियम तो है की अपने ही गांव के लोगों को राशन देना चाहिए बाय चांस अगर इधर उधर लोग ले रहे हैं तो कोई मना भी नहीं है क्योंकि सरकार ने ही लोगों के सुविधाओं के लिए यह किया है
ऐसी शिकायत हम और उनके यहां नहीं आई है जो लोगों की शिकायतें हैं उनमें कार्यवाही भी की जाती है
इस खबर में 4पक्ष है पहला पक्ष है राशन कार्ड धारक। दूसरा पक्ष है गांव के कोटेदार तीसरा पक्ष है अन्य गांव के कोटेदार