राजस्थान की राजनीति में अभी हड़कंप मचा हुआ है। लोग अटकलें लगा रहें है की अब किसकी सरकार बनेगी ? मामला उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का अशोक गहलोत से नाराज़ होना जो है। नाराज़गी का कारण विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में सचिन पायलट को पूछताछ के लिए नोटिस जारी का है।
पायलट क्यों हुए नाराज़?
बता दें कि विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की तरफ से डिप्टी सीएम सचिन पायलट को नोटिस भेजे जाने को लेकर नाराज़गी है। पायलट समर्थकों का कहना है कि डिप्टी सी एम से पूछताछ के लिए स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का नोटिस स्वीकार्य नहीं है। आरोप है कि अशोक गहलोत समर्थक सचिन पायलट को बदनाम करना चाहता है। हालांकि इस मामले को लेकर सी एम गहलोत ने सफाई दे दी थी।
एसओजी को जो कांग्रेस विधायक दल ने बीजेपी नेताओं द्वारा खरीद-फरोख्त की शिकायत की थी उस संदर्भ में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, चीफ व्हिप एवम अन्य कुछ मंत्री व विधायकों को सामान्य बयान देने के लिए नोटिस आए हैं। कुछ मीडिया द्वारा उसको अलग ढंग से प्रस्तुत करना उचित नहीं है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 12, 2020
क्या भाजपा ज्वाइन करेंगे पायलट ?
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट नाराज़गी के बाद से ही लोग उनके भाजपा में जाने के अटकलें लगा रहे हैं। ये खबर जंगल में आग की तरह जयपुर से लेकर दिल्ली तक फ़ैल गई. मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक पायलट ने मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाक़ात की है। सिंधिया साहब भी पायलट को भाजपा की तरफ करने में लगे है लेकिन तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए सचिन पायलट ने साफ कर दिया कि वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे।
क्या कांग्रेस से निकाले जाएंगे पायलट ?
मध्य प्रदेश में सरकार गिरने के बाद राजस्थान में कांग्रेस सतर्क दिख रही है और अपने विधायकों को अपने पक्ष में रखने की पूरी कोशिस में जुटी है।13 जुलाई को 10 बजे से जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक चल रही है। बैठक में कांग्रेस के करीब 90 विधायक पहुंचे हैं.लेकिन 10 :30 तक डिप्टी सी एम सचिन पायलट बैठक में नहीं पहुंचे थे । बैठक में नहीं पहुंचने पर सचिन पायलट कांग्रेस से निकाले जा सकते हैं। वहीँ कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कांग्रेस को सलाह देते हुए सचिन पायलट को मनाने की बात कही है। निरुपम ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा, ‘बेहतर होगा,पार्टी सचिन पायलट को समझाए और रोके।
बेहतर होगा,पार्टी सचिन पायलट को समझाए और रोके।
शायद पार्टी में कुछ लोग यह सोच रहे हैं कि उसे जाना है तो जाए,हम नहीं रोकेंगे।
यह सोच आज के संदर्भ में गलत है।
माना कि किसी एक के जाने से पार्टी खत्म नहीं होती।
लेकिन एक-एक कर सभी चले गए तो पार्टी में बचेगा कौन?#Rajasthan— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) July 13, 2020
पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर लिखा है कि, अपनी पार्टी के लिए चिंतित हूं। क्या घोड़ों के अस्तबल से जाने के बाद ही हम जागेंगे? सिब्बल की यह प्रतिक्रिया तब आई है, जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है।
Worried for our party
Will we wake up only after the horses have bolted from our stables ?
— Kapil Sibal (@KapilSibal) July 12, 2020
अब इस सियासी घमासान का अंजाम आने वाला वक्त ही बताएगा।