गांव खेरिया लटकाने ब्लाक महरौनी जिला ललितपुर ग्राम खिरिया लटकन्जू के गांव वालों का कहना है कि वहां पर हम कई सालों से रह रहे हैं पर हम लोगों के यहां का चूची से दूध है यह नहीं डला है उसको लेकर के हम लोगों ने कई बार मांग भी की है पर प्रधान जी बोलते हैं हां डलवा देंगे डलवा देंगे पर अभी तक नहीं डरना है जो हमारे यहां से छोटे बच्चे हैं वह चार माय स्कूल नहीं जा पाते हैं क्योंकि अगर जाते भी हैं तो कीचड़ में गिर जाते हैं कपड़े गंदे हो जाते हैं और हाथों में जूते चप्पल लेकर पड़ता है तो वापसी घर आ जाते हैं |
ऐसी स्थिति में हमारे बच्चों की पढ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है और जो हमारे यहां से कोई गंभीर रूप से बीमार पड़ता है या डिलीवरी होती है लोगों को रोड तक चारपाई पर रख कर के ले जाना पड़ता है ऐसी स्थिति हमारे गांव के प्रधान भी देखते आ रहे हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है कहते हैं कि देश आजाद है पर हमारे यहां तो हम लोग जैसे कि बंद रहता है उसी तरह से रह रहे हैं हम लोग को तो कोई आजादी नहीं है और आजादी क्या होती है निकलने के लिए रास्ता तक तो नहीं है पर आजादी क्या उसको लेकर के हमारे गांव वाले हैं |
कई सालों से देखते आ रहे हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है उसको लेकर के ब्लॉक स्तर तक चुनाव होते हैं तो ऐसी स्थिति में आते जाते हैं कि जब भी मैं तो हम तुम्हारे यहां करो डलवा देंगे यहां जब हम लोग वोट डाल सकते हैं तो जीत जाते हैं तो फिर हमारे यहां तक नहीं है ऐसा क्यों हो रहा है हम लोगों के साथ कई गांव में देखिए से जुड़ चुका है पर हमारे यहां तो आज की स्थिति भी ऐसी है|
जो हमारे यहां का एक पब्लिक स्कूल भी बना हुआ है जहां तक गांव के बच्चे यहां पर पड़ते हैं तब भी रोड नहीं डाला जा रहा है स्कूल में कई अधिकारी आते हैं और चले जाते हैं पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है आते जाते हैं कि एक लाख में चले जाते हैं लोगों को करना पड़ रहा है जाते हैं ऐसी स्थिति में हैं कि हाथों में चढ़ता है तो क्या करें मजबूर हैं हम लोग की जिंदगी जी रहे हैं और कहीं सुनवाई नहीं हो रही है