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ललितपुर: कोरोना काल में मूर्तिकारों की मेहनत पर देखिए कैसे फिरा पानी - KL Sandbox
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ललितपुर: कोरोना काल में मूर्तिकारों की मेहनत पर देखिए कैसे फिरा पानी

जिला ललितपुर ब्लाक बिरधा गाँव पाली हेतराम यादव मूर्ति बनाने का काम करते हैं पत्थर की इनका कहना है कि हम लोग बहुत ही परेशान हो रहे हैं लोग डाउन के चलते हमारी एक भी मूर्ति नहीं बिक रही है |
3 महीने हो चुके हैं लोग डाउन के चलते हम लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जैसे खाने-पीने की दिक्कत आ रही है इसके अलावा और कोई काम नहीं है हम लोगों के पास मूर्ति बनाकर बेचते हैं और इसी से अपना परिवार चलाते हैं खेतीबाड़ी है नहीं कि उसमें गुजारा चलें दो-तीन दिन तो ऐसा हुआ कि हमारे घर चुला तक नहीं जला है|
अगर और किसी से उधार पैसे लेते हैं तो ₹3 सैकड़ा पर ब्याज भी देना पड़ता है हम लोग बहुत परेशान हैं कई तरह की दिक्कतें आ रहे हैं 3 महीने हो चुके हमारी एक भी मूर्ति नहीं बिकी है परिवार में हम ही बड़े हैं और हम ही पूरा परिवार चलाते हैं और कोई कमाने वाला नहीं है सरकार की तरफ से कुछ नहीं मिल रहा अकेले राशन कार्ड है तो उतने में पूर्ति नहीं होती है इससे पहले ऐसी दिक्कतें कभी नहीं आए जो लोग दाल के चलते आ रही हैं पहले मूर्ति टाइम से बिकती थी और हमारा परिवार भी चल रहा था |
अब 3 महीने से एक भी मूर्ति नहीं बिकी जिससे हम लोगों को काफी बुरा असर पड़ा है घर का काम है इसलिए अभी भी बना रहे हैं और बना बना कर रख रहे हैं पर विच नहीं रही है|
तू क्या फायदा हम लोग बहुत ही परेशान हैं मूर्ति के अलावा पैंट्री भी करते हैं कहीं जा नहीं पा रहे लोग डाउन के चलते ना तू कहीं से आर्डर आ रहे हैं जितनी मूर्ति के आर्डर आए थे बुरे बनी रखी हैं परलोक डॉन के चलते कहीं नहीं जा पा रहे हैं ललितपुर जिले के अलावा और जिलों में भी हमारी मूर्ति जाती हैं जैसे टीकमगढ़ झांसी और आसपास के गांव में तो बिकती ही रहती हैं जैसे ब्लॉक स्तर पर जाती हैं |