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तीन लोक में क्यों है फेमस पाताल लोक? देखिए शो का रिव्यु आओ थोडा फिल्मी हो जाये में - KL Sandbox
खबर लहरिया आओ थोड़ा फिल्मी हो जाए तीन लोक में क्यों है फेमस पाताल लोक? देखिए शो का रिव्यु आओ थोडा फिल्मी हो जाये में

तीन लोक में क्यों है फेमस पाताल लोक? देखिए शो का रिव्यु आओ थोडा फिल्मी हो जाये में

इस लॉकडाउन में कोई फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज़ नहीं हो रही लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि आपके पास नया कुछ देखने के लिए नहीं है. अभी ऑनलाइन फिल्मो से ले कर वेव सीरीज़ मतलब एक तरीके का सीरियल कह सकते है इसमें फर्क बस इतना है कि टीवी सीरियल हज़ारों एपिसोड के होते है जिन्हे आप हर रोज़ थोड़ा थोड़ा देखते है लेकिन वेव सीरीज़ एक दिन में भी आप देख सकते है क्योकि इसमें 8 से १० एपिसोड होते है.
ये तो हो गई वेव सीरीज़ की बात लेकिन आज हम आपको बताने वाले है ऐसे वेव सीरीज़ के बारे में जो आपके जिले चित्रकूट से सम्बंधित है. तो
ये कहानी दिल्ली की है, जहां यमुना के पुल पर चार अपराधियों को पकड़ा जाता है. ये एक मशहूर पत्रकार और न्यूज एंकर संजीव मेहरा यानी नीरज काबी के मर्डर की साजिश में शामिल थे. इस केस को इंस्पेक्टर हाथी राम चौधरी यानी जयदीप अल्हावत को दिया जाता है. हाथी राम आउटर यमुना पार थाने में काम करने वाला एक आम पुलिसवाला है, जो सालों से सर्विस में होने के बावजूद कुछ बड़ा नहीं कर पाया है. उसकी बीवी रेनू चौधरी यानी गुल पनाग उसका और अपने बेटे का ख्याल रखने में समय देती है. वहीं हाथीराम का बेटा सिद्धार्थ उससे सीधे मुंह बात नहीं करता और अपने स्कूल और दोस्तों के बीच खरी-खोटी सुनता है.
संजीव मेहरा एक समय पर मीडिया इंडस्ट्री का बड़ा नाम हुआ करता था. अब वो अपनी नौकरी बचाने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में अपनी मर्डर की साजिश के बारे में सुनकर उसके होश उड़ जाते हैं. इस सीरीज में पकड़े गए चार लोग देखते में भले ही आम से लगते हों लेकिन उनके पीछे का सच काफी खतरनाक है. यहां आपको सिर्फ पाताल लोक के दर्शन करने नहीं मिल रहे, बल्कि धरती लोक की परेशानियां भी देखने को मिलती हैं. तो वहीं ये भी पता चलता है कि स्वर्ग लोक असल में उतना भी कमाल नहीं है, जितना हम सब सोचते हैं.
इस कहानी में आपको हर तबके के लोगों को जान्ने का मौका मिलेगा
कहानी में लेखक दुनिया के तीने हिस्से बताता है। एक स्वर्ग लोक जहां देवता रहते हैं। दूसरा है धरती लोक जिसमें आदमी रहते हैं। तीसरा है पाताल लोक जहां कीड़े मकोडे रहते हैं। इसी को आधार मानते हुए लेखक दिल्ली को तीन भागों में बांटता है। साऊथ दिल्ली स्वर्ग लोक, बीच का हिस्सा दुनिया लोक और जमना पार पाताल लोक।
डायलॉग ये जो दुनिया है न दुनिया, ये एक नहीं, तीन दुनिया है। सबसे ऊपर स्वर्गलोक जिसमें देवता रहते हैं। बीच में धरती लोक जिसमें आदमी रहते हैं। और सबसे नीचे पाताल लोक, जिसमें कीड़े रहते हैं। वैसे तो यह शास्त्रों में लिखा हुआ है, पर मैंने वॉट्सएप पर पढ़ा था।’
इस सीरीज़ के 10 एपिसोड है और हर एपिसोड लगभग १ घंटे का है. पहले मैंने सोचा कर रोज़ थोड़ा थोड़ा देखूंगी लेकिन इसकी कहानी ने रोमांच बनाये रखा और मैंने १ रात में पूरी सीरीज़ देख डाली। अमेज़न प्राइम पर आई इस सीरीज़ में हरयाणी और अपनी बुंदेलखंडी भाषा को बखूबी पकड़ा है. दूसरी जो खास बात थी वो ये की हर किसी के पास्ट की एक कहानी थी जिससे उसका व्यक्तित्व समझने में या यु कहूं उस किरदार से हम सहज रूप के कनेट हो पाते है. अभी भी बहुत कुछ है मेरे पास कहने के लिए लेकिन आप खुद पूरी कहानी देखे तो ज्यादा बेहतर होगा। मैं इसे 5 में से 4 स्टार तो आपको ये ये वीडियो कैसी लगी हमें जरूर से बताये और अगर ये वीडियो पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना न भूले और अगर आपने हमारा चैनल सब्स्क्राइव नहीं किया है तो अभी करें ताकि हमारी खबरे बिना रुकावट आप तक पहुँचती रहे