Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the siteorigin-premium domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/html/wp-includes/functions.php on line 6121
नाइट कर्फ्यू लगने से आई शादी और व्यापार में परेशानी - KL Sandbox
KL Sandbox

नाइट कर्फ्यू लगने से आई शादी और व्यापार में परेशानी ,लोगो की चिंता बढ़ी

Trouble in marriage and business due to the imposition of night curfew

बांदा उत्तर प्रदेश समेत देश के कई जगहों पर नाइट कर्फ्यू लगने के बाद से मैरेज हॉल मालिक टेंट व्यावसाई और अन्य व्यावसाइयों की चिंता बढ़ गयी है | शादियों और अन्य कार्यक्रमों के लिए बुक किये हॉलों की बुकिंग भी लोग कैंसल करने को सोचने लगे हैं तो कुछ लोग समय बदलने की बात भी सोच रहे हैं | आपको बता दे की अप्रैल महीने के आखिर में शादियां ही शादियां हैं |

लोगों ने शादियों के कार्ड बांट दिए है. इतना ही नहीं शादियों के रीति रिवाजों में भी बदलाव किया जा रहा है. दरअसल बांदा में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ बिना काम बाहर घूमने पर पाबंदियां लगा दी गई हैं| जिससे लोगों में चिन्ता बढ गई है| लोगो और दुकानदारों ने बताया कि सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक कार्यक्रम करेंगे।

लेकिन साल की यादें सताने लगी हैं क्योंकि पिछले साल जब लॉकडाउन लगा था तो बहुत ही बुरी स्थिति हो गई थी किसी तरह व्यापार पटरी पर आया और लोगों ने सोचा कि इस साल के सीजन में कुछ कमाया होंगी तो फिर वही स्थिति का नजारा सुनने को मिल रहा है| इसलिए जो व्यापारी 1000000 का व्यापार करना चाह रहा होगा वह 500000 का भी नहीं करेगा साथ ही होटल मैरिज हॉल और डीजे रोड लाइट टेंट व्यवसाई उनकी बुरी स्थिति होगी क्योंकि शादी ब्याह का जो माहौल होता है |

वह रात्रि में होता है और उसी दिन इन चीजों की जरूरत होती है रात के समय लेकिन रात में 9:00 बजे से कर्फ्यू लगने के कारण उनका व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो जाएगा| लोगों का कहना है कि सरकार को लोगों के व्यापार को नजर में रखते हुए इस नाइट कर्फ्यू को 9 बजे हटा कर 12 बजे कर देना चाहिए था. ताकि शादी विवाह में पीछले की तरह इस दिक्कतें न आए और लोग कोबिट को ध्यान में रखते हुए अपना व्यवसाय भी चला सके |

Exit mobile version