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चित्रकूट: गांव में सामुदायिक सुलभ शौचालय होने के बाद भी खेतों में जाने को मजबूर लोग

People forced to go to the fields even after having accessible toilets

जिला चित्रकूट ब्लॉक रामनगर गांव देऊधा में शौचालय बने छह महीने हो गए हैं। लेकिन उसे न तो यात्री और न ही गांव वाले इस्तेमाल कर पाए हैं। शौचालय में पानी की सुविधा की उपलब्ध नहीं है। यहां तक की शौचालय पर ताला भी लगा रखा है। जिसे देखकर लोग वापस लौट जाते हैं। जब यात्रियों को शौच की कोई जगह नहीं दिखती तो वह तालाब किनारे ही शौच के लिए चले जाते हैं।

ये वही तलाब है जिसका इस्तेमाल पहले नहाने, पानी पीने और बर्तन धोने के लिए किया जाता था। लेकिन अब वह पूरी तरह से गंदा हो चुका है। रामनगर के वीडियो धनंजय सिंह कहते हैं कि शौचलय तो हर गांव और बस अड्डे पर बने है। वहां पर सुविधा भी है। इस मामले में रामनगर ब्लॉक के एडीओ पंचायत रामलाल मिश्रा ने ऑफ़ कैमरा बताया है कि सुलभ शौचालय में पानी की टंकी रखी गई है। लेकिन बोरिंग नहीं हुयी है। जिसकी वजह से पानी नहीं आता है। चुनाव के बाद जल्द ही पानी की व्यवस्था की जाएगी।

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