ग्रामीणों ने बताया
इस समय स्कूल खुल नहीं रहे और पानी की भी बहुत ज्यादा दिक्कत है, हैण्डपम्प खराब होने के वजह से पानी दूर से लाना पड़ता है घर में बच्चे से लेकर बड़े तक सभी पानी भरते है| हम लोग साइकिल पर चार-चार डब्बे भरकर लाते हैं क्योकिं हमारे परिवार में भी काफी लोग है, सभी मजदूरी करने जाते हैं पानी के वजह से समय से काम में नहीं जा पा रहे हैं| पानी के समस्या कि शिकायत भी की थी और यहां के विधायकों ने यहां पर टैंकर की व्यवस्था की है हमारे यहां 1 दिन में 10 डब्बे पानी लगता है और बच्चे पूरा पूरा दिन पानी भरने में निकाल देते हैं और वहां पर पानी भरने को लेकर लड़ाइयां भी होती हैं, सुबह 5:00 बजे से नंबर लगाते हैं तब जाकर पानी मिलता है|
महिलाओं का कहना है
हम लोग घर का काम करें कि पानी भरे इसलिए बच्चों को बाहर बैठा देते हैं हम लोग घर का काम करते हैं छोटे-छोटे बच्चों से जितना पानी बनता है वह भर कर ले आते हैं उसके बाद हम लोग अपने घर के कामकाज से फुर्सत होकर बच्चों की पानी भरने में मदद करते हैं|
इस मामले में अशोक कुमार शुक्ला का कहना है
कि इस समय लॉक डाउन चल रहा है यहाँ अभी कुछ काम नहीं हो सकता जैसे ही लॉक डाउन खत्म होता है, तो काम चालू करवाया जायेगा फिलाल अभी जहां से भी पानी मिलता है वहीं से भरें लोग