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ग्रेटर नोएडा स्थित यामाहा फैक्ट्री में लगी भीषण आग - KL Sandbox
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ग्रेटर नोएडा स्थित यामाहा फैक्ट्री में लगी भीषण आग

भीषण आग

भीषण आग

तेजी से बढ़ती गर्मी हर दिन रिकॉर्ड बना रही है। बढ़ती गर्मी के साथ-साथ आग लगने की घटनाओं में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। ताज़ा मामला दिल्ली के ग्रेटर नोएडा का सामने आया है, बताया जा रहा है की ग्रेटर नोएडा में स्थित ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित यामाहा कंपनी के गोदाम में आज सुबह यानी 17 जून को अचानक भीषण आग लग गई। गोदाम से आग की लपटें और धुआं उठता देख फौरन फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। आग के कारण अब तक लाखों का माल जलकर खाक हो चुका है। फिलहाल दमकल विभाग ने पूरे हालात को कंट्रोल कर लिया है।जांच पड़ताल में आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। यह आग शॉर्ट-सर्किट से लगी या कोई और वजह है, इसकी जांच पड़ताल की जा रही है।

पहले भी हुई आगजनी की कई घटनाएं

इससे पहले 13 जून को नोएडा के सेक्टर-3 स्थित गारमेंट्स की फैक्ट्री में आग लग गई थी। मौके पर पहुंचीं दमकल की कई गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था। हाल ही में इंद्रा मार्केट इलाके कि 15 दुकानों में आग लगी थी। पिछले 7 महीने की घटनाओं पर नजर डालें तो दिल्ली में अग्निकांड के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। सबसे बड़ा और भयानक अग्निकांड मामला बीते 8 दिसंबर को सामने आया था। झांसी रानी रोड स्थित अनाज मंडी में भीषण आग लग गई थी। इस घटना के बाद 2 जनवरी को दिल्ली के पीरागढ़ी इलाके में एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी। आग की लपटें इतनी तेज थी कि पलभल में चारों तरफ फैल गई।  हादसे के बाद जोरदार ब्लास्ट हुआ था, जिसकी वजह से फैक्ट्री की इमारत ढह गई थी।
गर्म हवाओं के साथ आसमान से आग बरस रही है। भीषण गर्मी के कहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम की मार इस कदर पड़ रही है कि लोग अपने घरों से निकलने में डरने लगे हैं। लॉकडाउन की वजह से घर में बैठकर भी लोगों को उमस व लू के थपेड़ों का अहसास है। हर रोज पारा बढ़ रहा है। धूप और लू से लोग परेशान हैं। गर्मी से लोगों के चेहरे झुलस जा रहे हैं। तापमान और गर्मी बढ़ने के पीछे ओजोन परत और ग्लोबल वार्मिंग प्रमुख वजह है। सूरज के ऊपर प्रचंड शौर्य, ज्वालाओं और शौर्य लपटों का निर्माण भी एक कारण है। वृक्षों की कटान, प्रदूषण का तेजी से बढ़ना और प्लास्टिक कचरे का सही ढंग से निस्तारण न होना भी गर्मी बढ़ने की वजह है। और इन्हीं सब वजहों से आग के केसेज में भी बढ़ोत्तरी हो रही है।जंगलों में आग लगना इसकी प्रमुख वजह है।

आग से धधक रहे हैं जगल, नस्ट हो रही वन सम्पदा

जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी आये दिन सामने आती रहती हैं। राजोरी के कालाकोट क्षेत्र के जंगल आग से जल रहे हैं। आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है, लेकिन अब तक इस आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। बताया जा रहा है कि आग संदिग्ध परिस्थितियों में लग रही है, जिससे जंगल जल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार कालाकोट के सरानु, स्याल सुई, पोथा क्षेत्र के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। संदिग्ध हालात में लगी आग में अब तक लाखों की वन संपदा जल कर राख हो चुकी है। समाचार पत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जंगल में आग गलने से जहां एक तरफ पेड़-पौधे राख होते जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ जंगल में रहने वाले पशु व वन्य जीव जंतुओं की भी मौत हो रही है। इससे लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जंगलों में लगी आग से क्षेत्र में प्रदूषण फैलने के साथ-साथ गर्मी में भी बढ़ोतरी हो रही है। वन विभाग वन्य जीव विभाग स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाने का हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।

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